सक्ती जिले के कलेक्टर ऑफिस में खुलेआम छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान हो रहा है। कलेक्टर कक्ष के बगल मे स्थित प्रतीक्षा कक्ष मे रखी छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा को चाबी स्टैंड बना दिया गया है। ऐसा होना लाजमी भी है क्योंकि प्रतिमा की ऊंचाई बहुत कम है और प्रतिमा को सोफा के बगल मे रख दिया गया है। जबकि छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा को ऊंचे आसन पर विराजित किया जाना चाहिए था।
बता दे कि सक्ती जिला कलेक्ट्रेट के प्रतीक्षा कक्ष में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा विराजित है। एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी का हर मंच से गुणगान किया जाता है। तो वही दूसरी ओर कलेक्ट्रेट कक्ष के बगल में स्थित प्रतीक्षा कक्ष में स्थापित छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को चाबी स्टैंड के रूप में उपयोग किया जा रहा है। जिसे देखकर गुरुवार को प्रतीक्षा कक्ष में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने इसे छत्तीसगढ़ महतारी की घोर निंदा बताते हुए संबंधित लोगो के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। इस संबंध में जन प्रतिनिधि युगल किशोर बंजारे सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने इस कृत्य की निंदा करते हुए जवाबदार लोगों के प्रति अविलंब कार्यवाही की बात कही है।
गौरतलब है कि सक्ती कलेक्ट्रेट के प्रतीक्षा कक्ष में छत्तीसगढ़ की महतारी के सम्मान को जन-जन तक पहुंचाने के आशय से मूर्ति रखी गई है। जिसकी ऊंचाई वहां पर रखे गए सोफा और लोगों की बैठक व्यवस्था के अनुसार सम्मानजनक नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि छत्तीसगढ़ महतारी को तुलनात्मक ऊंचे आसन पर विराजमान किया जाना चाहिए था।
जिला प्रशासन के इस कृत्य से छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान होने के बजाय उनका अपमान हो रहा है। इससे जिला प्रशासन को घोर लापरवाही सामने आ रही है। उम्मीद की जा रही है कि शीघ्र ही छत्तीसगढ़ी अस्मिता के खिलाफ इस कृत्य पर जिला प्रशासन गौर फरमाता है या यूं ही छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान जारी रहेगा? हालांकि जन प्रतिनिधियों की ओर से इस संबंध में तत्काल समुचित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।