आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त चाकू एवम एक मो.सा. 01 नग मोबाईल को बरामद किया गया
⏺️ आरोपियों के विरुद्ध धारा 296, 115(2), 109, 309(4), 34 BNS के तहत कार्यवाही किया गया
⏺️ प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया न्यायिक रिमांड में
⏺️ आरोपीगण –
(01.) सुभाष रागडे उर्फ कोंदा उर्फ बाबू निवासी संजय नगर अकलतरा थाना अकलतरा जिला जांजगीर चांपा।
(02.) रॉकी भारतेंदु उर्फ कृष भारतेंदु निवासी घोघरापारा पडरिया जिला कवर्धा हा.मु. गुरूघासीदास मोहल्ला अकलतरा
⏩ मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी कुमार दास महंत निवासी वार्ड क्र. 04 डंगरापारा अकलतरा जो दिनांक 01.08.2024 के रात्रि 08.20 बजे लगभग अपने भाई करण दास महंत के साथ ओवर ब्रिज के उपर में खडे थे। उसी समय संजय नगर निवासी सुभाष रागडे उर्फ कोंदा उर्फ बाबू और रॉकी भारतेंदु उर्फ कृष भारतेंदु मोटर सायकल में वहीं पर आए और तुम लोग साले हीरो जैसे खडे हो बोलकर दोनो एक राय होकर अश्लील गाली गलौच करते हुए आरोपी रॉकी भारतेंदु उर्फ कृष भारतेंदु द्वारा हाथ मुक्का से एवं सुभाष रागडे उर्फ कोंदा उर्फ बाबू अपने हाथ मे रखे चाकू से प्रार्थी के भाई करण दास महंत को जान से मारने कि नियत से पेट में घोप दिया तथा प्रार्थी के जेब से मोबाईल को लूट कर भाग गये प्रार्थी के भाई लहुलूहान हो गया था। जिसे इलाज हेतु अकलतरा अस्पताल में भर्ती कराये है कि लिखित रिपोर्ट पर आरोपियों के विरुद्ध थाना अकलतरा में अपराध क्रमांक 357/2024 धारा 296, 115(2), 109, 309(4), 34 BNS कायम कर विवेचना में लिया गया।
⏩ प्राणघातक हमला व लूट जैसी घटित अपराध को गंभीरता से लेते हुए श्री विवेक शुक्ला (IPS) पुलिस अधीक्षक जांजगीर चांपा के निर्देशन में तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार जायसवाल के मार्गदर्शन में थाना स्तर पर तत्काल टीम गठीत कर आरोपियो की पतासाजी हेतु रवाना होकर आरोपी सुभाष रागडे उर्फ कोंदा उर्फ बाबू एंव रॉकी भारतेंदु उर्फ कृष भारतेंदु घटना कारित कर फरार होने के फिराक मे था। जिसे उनके सकुनत पर जाकर दबिस देकर हिरासत मे लिया गया जिसको घटना के संबध में पूछताछ करने पर आरोपियो द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर विधिवत गिरफ्तार दिनांक 02.08.2024 को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
⏩ उपरोक्त कार्यवाही मे निरीक्षक मणीकांत पाण्डेय थाना प्रभारी अकलतरा, उप निरीक्षक बी.एल कोसरिया, प्र.आर. राकेश राठौर, विवेक सिह, गोपाल सिदार, आरक्षक राघवेन्द्र धृतलतरे, बृजपाल बर्मन, गुलशन लकडा का सराहनीय योगदान रहा।