
अंशिका लक्ष्य अग्रवाल

तारीख 7 मई 2025 की वो रात जब हुआ दुश्मनों पर आघात,
भारतीय हिंद की सेना ने साधा निशाना, आतंकी ढांचों को था मिटाना।
ऑपरेशन सिंदूर नाम इसे मिला, पाक और च्वज्ञ में ये चला,
जहां से सजती थी साजिशें काली बर्बादी उन अड्डों पर थी डाली।
पहलगाम का वह दर्दनाक मंजर छिन गए ये कई घरों के चमन,
मासूमों का लहू जो बहाया गया उसका बदला लेने कदम उठाया गया।
कार्यवाही केंद्रित नपी तुली हुई पाकिस्तानी सेना नही छुई,
संयम दिखाया अपने लक्ष्य पे वार, आतंक के ठिकानों को किया बेकार।
उन नौ जगहों पर किया प्रहार, साफ संदेश नहीं सहेंगे अबकी बार अत्याचार,
जो बोते हैं दहशत के बीज उन्हें मिलेगा अब उन्हीं की भाषा में माकूल जवाब तेज।
यह ऑपरेशन सिंदूर था एक कदम दिखाया साहस नहीं कोई भ्रम,
राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरि है हर चुनौती का सामना ऑपरेशन सिंदूर है।
ऑपरेशन सिंदूर है, ऑपरेशन सिंदूर है,
जय हिंद की सेना, जय भारत, भारत माता की जय!
समाचार
भारतीय सेना ने हाल ही में एक बड़ा ऑपरेशन चलाया है, जिसका नाम ऑपरेशन सिंदूर है। इस ऑपरेशन में सेना ने आतंकवादी ठिकानों पर हमला कर उन्हें नष्ट कर दिया है। सेना की इस कार्रवाई से आतंकवादियों के मन में खौफ पैदा हो गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना ने नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया और उन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया। सेना की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि भारत किसी भी तरह के आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।
सेना की इस बहादुरी की कहानी को बरपाली चौक चांपा डागा कॉलोनी निवासी स्वर्गीय रोशन लाल अग्रवाल के पोता-पोती अंशिका लक्ष्य ऐरन अग्रवाल ने अपनी कविता के माध्यम से बयां किया है। कविता में सेना की बहादुरी और आतंकवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई को दिखाया गया है।
इस ऑपरेशन के बाद आतंकवादियों के खिलाफ भारत की कार्रवाई और भी मजबूत हो गई है। सेना की इस बहादुरी और साहस को पूरे देश में सराहा जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया है कि भारत की सेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।