जांजगीर-चाम्पा. देश का पहला किसान स्कूल बहेराडीह, जहाँ पर बिहान की महिलाएं साग भाजी, फल फूल और क़ृषि अवशेष से रंग बिरंगी आकर्षक हर्बल राखिया बना रहीं हैं। यह राखी लोगों को खूब पसंद आ रहीं है। वहीं देश के कई राज्यों से राखिया का सप्लाई का ऑर्डर मिलने लगा है। सप्ताहभर पहले महाराष्ट्र प्रदेश के सोलापुर जिले के महिलाओ ने किसान स्कूल आकर पांच सौ रूपये की राखिया खरीदी है, वहीं शिक्षा विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारी नियमित रूप से यहाँ पर आकर हर्बल राखी खरीद रहें हैं। पिछले माह 20 जुलाई को यहाँ पर कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी भी पहुंची थीं। उन्होंने राखी बनाने वाली बिहान के महिलाओ से मुलाक़ात कर आजीविका मिशन के कार्यों की प्रशंसा करते हुये प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के संचालक दीनदयाल यादव ने बताया कि पिछले दस सालों से यहाँ की महिलाएं किसान स्कूल में साग भाजी व क़ृषि फ़सल अवशेष से रंग बिरंगी आकर्षक हर्बल राखियाँ बनाने का कारोबार कर रहीं हैं। इस कारोबार को बढ़ाने के लिए एनआरएलएम ने बैंक से ऋण भी उपलब्ध कराई है। एडीईओ अरुण कुमार यादव, पीआरपी पुष्पलता ध्रुव व एफएलसीआरपी रेवती यादव ने बताया कि इस समय बलौदा ब्लॉक के कुरदा कलस्टर अंतर्गत नारी शक्ति महिला ग्राम संगठन बहेराडीह से जुड़े गंगे मईय्या स्व सहायता समूह की महिलाएं केला, भिंडी, चेचभाजी, अमारीभाजी, कमल और अलसी आदि के रेशे निकालकर राखी बनाने का काम कर रहीं हैं। समूह के अध्यक्ष लक्ष्मीन यादव, सचिव पुष्पा यादव ने बताया कि साग भाजी, फल फूल और क़ृषि फ़सल अवशेष से राखी बनाकर हमर संगवारी किसान उत्पादक कंपनी के डायरेक्टर व कृषक रामाधार देवांगन के सहयोग से अच्छा आमदनी मिल रहा है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री और स्पीकर को भेजी थीं हर्बल राखी
पिछले साल रक्षाबंधन पर्व में देश के पहला किसान स्कूल बहेराडीह में बिहान की महिलाओ द्वारा बनाई गई साग भाजी, फल फूल और क़ृषि फ़सल अवशेष से निर्मित हर्बल राखी डाक के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और क्षेत्रीय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत को डाक के माध्यम से राखी भेजी गईं थीं। इस बार भी भेजनें की तैयारी पूर्ण कर ली गई हैं।
मिल रहा सप्लाई का ऑर्डर
एफपीओ के डायरेक्टर रामाधार देवांगन, सक्रिय महिला ललिता यादव ने बताया कि हर्बल राखी की मांग इस बार अधिक होने लगी है। पिछले साल राजधानी रायपुर और दिल्ली में स्टॉल लगाया गया था। मिडिया के सहयोग से लोगों तक अच्छा प्रचार प्रसार होने के कारण इस बार हर्बल राखी की सप्लाई ऑर्डर शुरू से ही मिलने लगी हैं।