उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के निचलौल ब्लॉक में एक अजीब और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस ब्लॉक के नौ गांवों की 11 महिलाएं, जिन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहली किस्त का पैसा अपने खाते में प्राप्त किया, अपने पतियों को छोड़कर अपने प्रेमियों के साथ फरार हो गई हैं।
इस घटना के खुलासे के बाद से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। वहीं, पीड़ित पतियों ने ब्लॉक के उच्चाधिकारियों से मिलकर मामले की जानकारी दी है, जिसके बाद अधिकारियों ने दूसरी किस्त भेजने पर रोक लगाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। महाराजगंज जिले के निचलौल ब्लॉक के 108 गांवों में वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2350 लाभार्थियों का चयन हुआ था। इनमें से करीब 90 प्रतिशत से अधिक लाभार्थियों के आवास पूरे भी हो चुके हैं। इस योजना में महिलाएं भी लाभार्थियों के रूप में शामिल हैं।
इसी योजना के तहत ठूठीबारी, शीतलापुर, चटिया, रामनगर, बकुलडिहा, खेसहरा, किशुनपुर और मेधौली गांव की 11 महिला लाभार्थियों के खातों में जब आवास की पहली किस्त 40 हजार रुपये आई, तो ये सभी महिलाएं अपने पति को छोड़कर आवास का पैसा लेकर अपने प्रेमियों के साथ फरार हो गईं।
इस घटना के बाद पीड़ित पति तनाव में हैं और ब्लॉक के चक्कर काट रहे हैं ताकि आवास के पैसे की रिकवरी का नोटिस उनके नाम से न कट जाए। पतियों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनका घर का सपना पूरा हो जाएगा, लेकिन घर बनने से पहले ही उनकी गृहस्थी उजड़ गई।
आवास का पैसा मिलने के बाद आवास का निर्माण न होने पर अब विभाग सक्रिय हो गया है और ब्लॉक के सभी गांवों में जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। इस सनसनीखेज मामले में निचलौल ब्लॉक की खंड विकास अधिकारी शमा सिंह ने बताया कि महिलाओं को चिन्हित कर लिया गया है।
मामले में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है और जो भी निर्देश मिलेगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।