मिशन के पावन पर्व पर निशुल्क मधुमेह रक्त शर्करा जांच तथा स्त्री, पुरुष एवं बच्चों के सभी सामान्य, साध्य, कष्टसाध्य एवं असाध्य रोगों हेतु निशुल्क आयुर्वेद-योग चिकित्सा परामर्श एवं उपचार शिविर दिनाँक
11/12/2024 बुधवार को पतंजलि आरोग्य केंद्र जैजैपुर में प्रातः 9 बजे से 1 बजे तक आयोजित है।*
पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से प्रशिक्षित, ख्यातिलब्ध अनुभवी आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ वैद्य डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा देंगे अपनी चिकित्सकीय सेवाएं।
जैजैपुर:-
“चलो आयुर्वेद की ओर” मिशन के तहत पर निशुल्क मधुमेह रक्त शर्करा जांच तथा स्त्री, पुरुष एवं बच्चों के सभी सामान्य, साध्य, कष्टसाध्य एवं असाध्य रोगों हेतु निशुल्क आयुर्वेद-योग चिकित्सा परामर्श एवं उपचार शिविर दिनाँक 11/12/ 2024 बुधवार को पतंजलि आरोग्य केंद्र जैजैपुर में प्रातः 9 बजे से 1 बजे तक आयोजित किया गया है। शिविर के विषय मे पतंजलि आरोग्य केंद्र जैजैपुर के संचालक सुरेंद्र यादव ने बताते हुए कहा कि इस शिविर में पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से प्रशिक्षित, ख्यातिलब्ध अनुभवी आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ नाडी वैद्य डॉ.नागेन्द्र नारायण शर्मा अपनी चिकित्सकीय सेवाएं देंगे। जो कैंसर, मधुमेह, थायरायड, ब्लडप्रेशर, श्वास, टी.बी.,लकवा, साइटिका, गठियावात, पथरी, पीलिया,मस्तिष्कगत रोग माइग्रेन, डिप्रेशन, अनिद्रा, अम्लपित्त, गैस, दुर्बलता, बन्ध्यत्व (स्त्री-पुरुष), श्वेत प्रदर, रक्त प्रदर, हृदय रोग, चर्मरोग, सोरायसिस, एक्जिमा, शीतपित्त आदि स्त्री, पुरुषों एवं बच्चों के सभी प्रकार के सामान्य, साध्य, कष्टसाध्य एवं असाध्य रोगों का त्रिविध प्रकार से स्वास्थ्य परीक्षण कर संबंधित रोग के नियंत्रण एवं उपचार हेतु परामर्श के साथ साथ उनके लिये उपयोगी योगाभ्यास तथा प्राणायाम का व्यक्तिगत रूप से अभ्यास कराकर विशेष प्रायोगिक प्रशिक्षण भी देंगे। साथ ही रोगियों को उनके लिये उपयोगी जीवनशैली के बारे में भी व्यक्तिगतरूप से परामर्श देने के साथ साथ उनके लिये लाभकारी दिनचर्या-ऋतुचर्या, आहार-विहार के विषय मे व्यक्तिगतरूप से विस्तार से परामर्श देंगे। पतंजलि आरोग्य केंद्र जैजैपुर के संचालक सुरेंद्र यादव ने अंचलवासियों से चलो आयुर्वेदिक की ओर के पावन पर्व पर आयोजित इस विशेष शिविर का लाभ उठाने की अपील की है। शिविर में पंजीयन कराने हेतु मो.नंबर 6232155829 पर संपर्क कर जांच हेतु निर्धारित समय प्राप्त किया जा सकता है जिससे शिविरार्थियों को असुविधा न हो ।