
बलौदा बाज़ार हिंसा मामले में 7 जुलाई को एक और गिरफ़्तारी हुई है। गिरफ़्तार आरोपी जांजगीर-चाँपा ज़िले का भीम आर्मी का पूर्व ज़िला अध्यक्ष भी रह चुका है। इससे पहले बीते शनिवार 6 जुलाई को यूथ कांग्रेस का ज़िला अध्यक्ष भी गिरफ़्तार किया गया था।

BALODA BAZAR. बलौदा बाजार बवाल मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारियां जारी हैं। पुलिस के निशाने पर बवाल के लिए उकसाने वाली भीम आर्मी है। पुलिस ने अब भीम आर्मी के पूर्व जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार किया है। इसके पहले पुलिस भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री कार्यकारिणी सदस्य को भी गिरफ्तार कर चुकी है। भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर रावण ने 04 जुलाई को छत्तीसगढ़ आकर गिरफ्तारियों का विरोध किया था और बड़े आंदोलन की चेतावनी दी थी, लेकिन पुलिस पर चंद्रशेखर की चेतावनियों का कोई असर नहीं पड़ा है।
10 जून को सतनामी समाज के द्वारा अमरदास गुफा गिरौदपुरी में जैतखम्ब को छतीग्रस्त किए जाने की घटना की सीबीआई जाँच को लेकर आंदोलन किया था। आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया। बेक़ाबू भीड़ ने नारे लगाते हुए तोड़फोड़, पत्थरबाज़ी की। इसके अलावा कलेक्ट्रेट परिसर में घुसकर कलेक्टर और एसपी कार्यालय में आग लगा दी थी। आगजनी में 100 से अधिक वाहनों को नुक़सान पहुँचना था। पुलिस इस घटना के बाद से ही लगातार सीसीटीवी फुटेज, वायरल फोटो व वीडियो और भी अन्य तकनीकी विश्लेषणों के माध्यम से आरोपियों को चिह्नित कर गिरफ़्तारी कर रही है। अब तक 156 आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। भीम आर्मी के सदस्य हो रहे निरंतर गिरफ़्तार
पुलिस ने अपनी अंतरिम जाँच में ही ये खुलासा कर दिया था कि भीड़ को उकसाने और कलेक्ट्रेट परिसर में आगज़नी की घटना को अंजाम देने में भीम आर्मी के सदस्यों का मुख्य रूप से हाथ है। इसके बाद पुलिस ने लगातार भीम आर्मी के सदस्यों को गिरफ़्तार किया। इपमें भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े, उपाध्यक्ष दिनेश आज़ाद , महासचिव रामस्वरूप महिलांगे समेत बहुत से सदस्य मौजूद है। इसी क्रम में 7 जुलाई रविवार को भीम आर्मी के जांजगीर-चाँपा के पूर्व ज़िला अध्यक्ष ओमप्रकाश बंजारे को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। 27 वर्षीय ओमप्रकाश बंजारे जैजैपुर ज़िला सक्ती का निवासी है और वर्तमान में चकरभाठा बिलासपुर में रहता था। ओमप्रकाश बंजारे वर्तमान में बिलासपुर में रह कर वकालत की पढ़ाई कर रहा है।
चंद्रशेखर के दौरे से पुलिस के एक्शन में कमी नहीं
4 जुलाई को भीम आर्मी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से निर्वाचित सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने छत्तीसगढ़ का दौरा किया था। भटगाँव में आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा कि पुलिस जानबूझकर भीम आर्मी के सदस्यों को दोषी बना रही है। चंद्रशेखर आज़ाद ने पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि गिरफ़्तारी करने के बाद भीम आर्मी के सदस्यों को पुलिस के द्वारा जूतों और लाठियों से बेरहमी से पीटा जा रहा है। माननीय न्यायालय के सामने पेश करने में देरी की जा रही है।
उन्होंने पुलिस प्रशासन और सरकार को चेतावनी भरे लहज़े में कहा कि अगर पुलिस इस बर्बरता को बंद नहीं करती है तो 10 दिन बाद वह जेल भरो आंदोलन करेंगे। चंद्रशेखर के दौरे के बाद ऐसा माना जा रहा था की भीम आर्मी के सदस्यों की गिरफ़्तारी में कमी आ सकती है पर इसका उलट होते हुए दिख रहा है और भीम आर्मी के सदस्यों की गिरफ़्तारी लगातार हो रही है। कांग्रेस और एनएसयूआई के सदस्य भी गिरफ़्तार
शनिवार शाम पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया था। इनमें एक प्रवीण महिलांगे बालोद ज़िले का निवासी था जिस पर आगज़नी की घटना के दौरान हिंसा एवं कार का शीशा तोड़ कर लैपटॉप मोबाइल और हार्ड डिस्क चोरी करने का आरोप था। पुलिस द्वारा जारी वीडियो और फोटो में प्रवीण के हाथ में लैपटॉप साफ़ देखा जा सकता था। साथ ही बलौदा बाज़ार ज़िले के यूथ कांग्रेस के ज़िला अध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे को भी गिरफ़्तार किया गया था और उससे पहले एनएसयूआई के विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा की गिरफ़्तारी की पुष्टि भी 25 जून को पुलिस द्वारा की गई थी। मामले में अब तक 156 आरोपियों की गिरफ़्तारी की पुष्टि पुलिस द्वारा की जा चुकी है।