जैजैपुर/बेलादुला – ग्रामीणो द्वारा विरोध प्रदर्शन समाप्त किया गया। ग्राम झालरोंदा से दर्राभांठा तक की 7 किलोमीटर की स्थिति बेहद खराब है एवं सड़क में केवल कीचड़, गंदगी एवं गड्ढे है। जिसमें आने जाने में ग्रामीण एवं आसपास के लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए एक सप्ताह के अंदर ग्राम झालरौंदा से दर्राभांठा तक 7 किमी सड़क मरम्मत की मांग से संबंधित ज्ञापन मौके पर उपस्थित जैजैपुर नायब तहसीलदार एम.के. साहू को सौंपा। जिस पर नायब तहसीलदार एम. के. साहू ने जल्द
मरम्मत कराये जाने का मौखिक आश्वासन ग्रामीणो को दिया, लेकिन विरोध प्रदर्शन करने वालो ने अधिकारी से लिखित आश्वासन की मांग की गई, जिस पर अधिकारी ने असमर्थता जताई। उसके बाद ग्रामीण नाराज होकर बाराद्वार जैजैपुर मुख्य मार्ग पर बैठ गये एवं चक्काजाम कर बड़ी संख्या में शामिल थे। दिया। थोड़ी देर के बाद ही शासन प्रशासन हरकत में आया नायब तहसीलदार एमके साहू ने
उच्चाधिकारियो से दिशा निर्देश लेते हुए पीडब्लूडी के एसडीओ से फोन के माध्यम से बात की एवं बताया कि पीडब्लूडी के एसडीओ ने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर ग्राम दर्राभांठा चौक से खम्हरिया होते हुए झालरोंदा तक सड़क की मरम्मत का काम किया जायेगा। अंत में नायब तहसीलदार एमके साहू ने प्रदर्शनकारियो को
लिखीत रूप से 7 दिवस के अंदर सड़क मरम्मत कराये जाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ग्रामीणो ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त किया। ग्राम झालरोंदा से दर्राभांठा तक पैदल मार्च करते हुए विरोध प्रदर्शन करने वालो में ग्राम झालरौंदा सहित आसपास के ग्रामीण, सभी राजनीतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधी, वि भिन्न संगठन के पदाधिकारी, महिलायें से पैदल मार्च करते हुए निकले।
ग्राम खम्हरिया होते हुए रोड नहीं तो वोट नही के नारे लगाते हुए ग्रामीण दोपहर 2 बजे ग्राम दर्राभांठा चौक पहुंचे।
लगाए रोड नही तो वोट नही के नारे
इस मार्ग में बड़े बड़े गड्ढों में पानी, गंदगी एवं कीचड़ भरा हुआ है। जिससे आए दिन दुर्घटना हो रही है, लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा क्षेत्र की इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था, जिससे क्षुब्ध होकर ग्राम झालरोंदा एवं आसपास के ग्रामीण 6 अक्टूबर की सुबह 10 बजे ग्राम झालरोंदा से किया