कम समय में जनता के बीच बना ली है अलग पहचान
जैजैपुर। विधानसभा क्षेत्र जैजैपुर में एक दशक के बसपा कब्जे में है। जहां बसपा विधायक केशव चंद्रा जीत का प्रतिनिधित्व करते हुए चले आ रहे हैं। यह सीट भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण है ही साथ साथ कांग्रेस टेडी खीर बन गई है अगर इस सीट विधानसभा से कांग्रेस नेता जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि राजेश लहरें को प्रत्याशी बनाती है तो जीत सुनिश्चित माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव महज 3 महिना बाकी है इसमें हर पार्टी अपनी प्रतिस्पर्धा बनी हुई है। जैजैपुर विधानसभा सीट पर गहन विचार विमर्श करकें ही प्रत्याशी चयन किया जाना चाहिए,तभी जैजैपुर में कांग्रेस विधायक बना सकती है। जैजैपुर विधानसभा में वर्तमान विधायक केशव चंद्रा बसपा से प्रतिनिधित्व कर रहे है जो बीतें 10 वर्षों यहां विधायक निर्वाचित होते रहे हैं। वहीं इसके पुर्व विधायक के रुप में महंत रामसुंदर दास कांग्रेस विधायक निर्वाचित हुए थे। जैजैपुर
विधानसभा क्षेत्र में जाति समीकरण सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है यहां जिस तदाद पर अनुसुचित जाति वोटों की संख्या महत्वपूर्ण योगदान होता है वहीं साहु समाज संख्या एवं चंद्रा समाज संख्या लगभग बराबर है। वहीं केवट, धोबी,नायक, पटेल, सिदार, कश्यप जाति लोगों का झुकाव भी चुनाव परिणाम में वोटरों कें अंतर को कम या ज्यादा करता है। वैसे तो जैजैपुर विधानसभा में कांग्रेस पार्टी से टिकट दावेदार बहुत है किन्तु इनमें से चुनाव जीतने की स्थिति की बात की जाए तो राजेश लहरें का नाम प्रमुखता लिया जा रहा है। राजेश लहरें जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि रहने के साथ समाज एवं अन्य समाज में भी अच्छी काशी पकड़ है। क्षेत्र में वरिष्ठ कांग्रेस जनों से उनका गहरा प्रभाव माना जाता है विभिन्न समाज के लोगों से भी उन्हें वोट मिल सकता है,मसलन कांग्रेस पार्टी में राजेश लहरें से मजबूत दावेदार और कोई नजर नहीं आता जिन्हें कांग्रेस पार्टी को टिकट देकर अपनी किस्मत अजमानी चाहिए । ज्ञात होगी कि राजेश लहरें की धर्मपत्नी श्रीमती इंद्रा राजेश लहरें वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य हैं जो पुरे क्षेत्र को विकास कार्यों को गति देने कार्य कर रही है।
तो इसलिए मजबुत स्थिति में है राजेश
मिली जानकारी के मुताबिक आमाकोनी निवासी पेश से कृषक राजेश लहरें पिता अवधराम लहरें (46) युवा नेता के रुप में उभरे हैं। राजनीति विषय में स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने वाले राजेश लहरें पुर्व अनुचित जाति प्रकोष्ठ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष किसान कांग्रेस अनेक पदों पर आसीन रह चुके हैं। इस दौरान तत्कालीन बसपा विधायक को चुनौती देते हुए उन्होंने लगातार आवाज बुलंद की हैं। निश्चित तौर पर राजेश लहरें ने कांग्रेस नेताओं को अपनी ओर आकर्षित किया है। राजेश ही नहीं बल्कि पुरे क्षेत्र जनता को यह भरोसा है कि कांग्रेस पार्टी उन्हें मौका देंगी और उस पर वे खरे उतरेंगे।