सर्व समाज की सुरक्षा के अधिकार के लिए लड़ने वाला अधिवक्ता आज अपने सुरक्षा के लिए संघर्षरत है जो समाज के लिए दुखद संदेश है… चितरंजय पटेल, अधिवक्ता उच्च न्यायालय
हम सब अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने एकजुट हो…दिगंबर चौबे, अध्यक्ष अधिवक्ता
जिला अधिवक्ता संघ सक्ती के द्वारा एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करवाने, मृत्यु मुआवजा राशि दस लाख किए जाने, अधिवक्ता समूह बीमा लागू करने की बहु प्रतीक्षित मांग को लेकर आंदोलन के द्वितीय चरण में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का अयोजन किया गया।
इस अवसर पर अधिवक्ता संघ सक्ती के अध्यक्ष दिगंबर चौबे ने अधिवक्ताओं को एकजुट होकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने शासन से लड़ाई लड़नी होगी तो वहीं अधिवक्ता संघ के सचिव उदय कुमार वर्मा ने आंदोलन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए अधिवक्ता एकता का आह्वान किया। सभा का संचालन कु अलका जायसवाल ने किया।
इन पलों में उपस्थित उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि समय की मांग है, हम सभी अधिवक्ता व्यवसायिक मतभेदों को भुलाकर संगठित होन चाहिए क्योंकि सर्व समाज की सुरक्षा के अधिकार के लिए लड़ने वाला अधिवक्ता आज अपने सुरक्षा के लिए संघर्षरत है जो समाज के लिए दुखद संदेश है।
आज धरना प्रदर्शन में संतोष जायसवाल, खिलावन राठौर, ऋषिकेश चौबे, शकील मोहम्मद, मुन्ना पटेल, सुरीत चंद्रा, रथ राम पटेल, रऊफ खान,हेमलता राठौर, महेश अग्रवाल, दादू चंद्रा, आदि अधिवक्ताओं ने संबोधित किया तो वहीं संचालन अधिवक्ता संघ के सचिव उदय वर्मा ने किया।
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने अपने राज्यों अधिवक्ताओं के सुरक्षा के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू कर अधिवक्ताओ से विवाद करने पर अजमानती अपराध के प्रावधान के साथ सात साल तक की सजा की व्यवस्था की गई है लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा आश्वासन के बाद भी अभी तक एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करने से अधिवक्ता समुदाय नाराज होकर आंदोलन की राह पकड़ लिया है तथा आज द्वितीय चरण में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के साथ त्रिसुत्रीय मांग को लेकर अधिवक्ता संघ सक्ती के द्वारा राज्यपाल एवम् मुख्यमंत्री के नाम पर प्रशासन को ज्ञापन दिया गया ।